दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं केसिंग कैपिंग वायरिंग के बारे में के बारे में जहां पर हम जानेंगे किस प्रकार से इस प्रक्रिया के द्वारा वायरिंग की जाती है कौन-कौन से सामान की आवश्यकता पड़ती है। इस वायरिंग प्रक्रिया के दौरान और कौन सी सावधानी हमें बरतनी चाहिए।
अगर आप इस प्रक्रिया के द्वारा अपने घर में वायरिंग खुद से करना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है इस आर्टिकल को मैं बहुत ही आसान भाषा में आपके सामने रखने वाला हूं जहां पर छोटी से छोटी चीजें बताने वाला हूं ताकि आप बिना किसी इलेक्ट्रीशियन के घर पर अपने हाथों से वायरिंग कर सकें।
वायरिंग कितने तरह की होती है इसके बारे में मैंने एक दूसरे आर्टिकल में बहुत अच्छे से बताया है तो आप उस आर्टिकल को ही पढ़ सकते हैं।
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सबसे पहले बात करते हैं वायरिंग करते समय हमें कौन-कौन सी चीजों की आवश्यकता पड़ने वाली है।
केसिंग कैपिंग वायरिंग के लिए आवश्यक वस्तुएं
अगर आप वायरिंग करने जा रहे हैं तो इन वस्तुओं को पहले ही इकट्ठा करके रखना क्योंकि उनकी आवश्यकता आपको पड़ने वाली है। बिना इन वस्तुओं की वायरिंग करना संभव नहीं है-
- सबसे पहले अच्छी क्वालिटी के वायर होना आवश्यक है।
- वायरिंग के लिए टूलबॉक्स की आवश्यकता पड़ेगी जिसमें हथोड़ा, वायर कटर, टेप, पिलास, पेचकस आदि होना चाहिए।
- अपनी आवश्यकता के अनुसार प्लास्टिक की कैपिंग और केशिंग
- वायरिंग के लिए अन्य आवश्यक सामान जैसे बोर्ड, स्विच, होल्डर, एमसीबी बॉक्स आदि होना चाहिए।

यदि आपके पास यह सारे सामान मौजूद है तो अब आप वायरिंग की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। वायरिंग की प्रक्रिया शुरू करने से पहले कुछ चीजों के बारे में जानना आवश्यक है। सबसे पहले उनके बारे में बात करते हैं।
क्या होता है केसिंग कैपिंग ?
केसिंग कैपिंग प्लास्टिक का बना हुआ एक ढांचा है जिसके अंदर से वायरिंग के दौरान वायर को दौड़ाया जाता है। बाजार में कई तरह की केसिंग कैपिंग प्रोडक्ट उपलब्ध है आपको सबसे अच्छी क्वालिटी का प्रोडक्ट अपनी वायरिंग के लिए इस्तेमाल करना है क्योंकि यह प्लास्टिक का होता है तो इसकी टूटने की संभावना अधिक होती है।

और हमें पता है वायरिंग रोज-रोज का काम तो है नहीं तो क्यों ना हम अच्छी क्वालिटी का केसिंग कैपिंग इस्तेमाल किया जाए। अब बड़ी समस्या यह है की अच्छी क्वालिटी का पहचान कैसे करेंगे।
यदि आपके आसपास कोई एक्सपोर्ट हो तो उन्हें लेकर अपने विश्वसनीय दुकान पर जाएं ताकि आपको अच्छी क्वालिटी का प्रोडक्ट मिल सके।
Flat Batten Gitti
फ्लैट बटन गिट्टी का इस्तेमाल इस वायरिंग में अधिकतम किया जाता है, इसका कारण है कि केसिंग के अंदर से हमें अधिक से अधिक वायर ले जाने में जगह मिल जाती है यदि फ्लैट बैटन गिट्टी की जगह कोई और गिट्टी का इस्तेमाल करेंगे तो वह गिट्टी कुछ न कुछ जगह कवर करेगी जिसके कारण हमें वायर को ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। लेकिन फ्लैट होने के कारण यह गिट्टी पूरी तरह से केसिंग को दीवार से चिपका कर रखता है और जगह बचाता है।

एमसीबी बॉक्स या फ्यूज बॉक्स
एमसीबी या फ्यूज बॉक्स का इस्तेमाल वायरिंग के दौरान इसलिए किया जाता है कि यदि कभी ऐसी स्थिति आए की प्राप्त होने वाला वोल्टेज आवश्यकता से अधिक आ जाए तो इस स्थिति में फ्यूज बॉक्स का फ्यूज वायर जल जाए ताकि घर के उपकरण बचाया जा सके।
एमसीबी बॉक्स तुलना में थोड़े महंगे होते हैं तो आप अपनी आवश्यकतानुसार दोनों में से कोई एक ले सकते हैं दोनों उपकरणों का इस्तेमाल पावर सप्लाई अधिक होने पर पावर कट में किया जाता है।

फ्यूज बॉक्स कितने प्रकार के होते हैं और कैसे इनका इस्तेमाल किया जाता है उसके बारे में एक आर्टिकल में विस्तार से बताया है तो आप उसे जरूर पढ़ें।
इसे भी पढ़ें: Types Of Fuse | फ्यूज कितने प्रकार के होते हैं ?
केसिंग कैपिंग वायरिंग कैसे करें
वायरिंग के लिए हमें कौन-कौन से सामान की आवश्यकता है इसके बारे में हमने बात किया चलिए अब वायरिंग की प्रक्रिया को शुरू करते हैं।
वायरिंग से पहले बरतने वाली सावधानियां
यदि आप अपने घर की वायरिंग स्वयं से कर रहे हैं तो वायरिंग करने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना काफी आवश्यक है नहीं तो आप अपना ही नुकसान कर सकते हैं जैसे-
- घर की वायरिंग करते समय बिजली के मेन कनेक्शन को अलग कर दें।
- केसिंग कैपिंग लगाने वाले स्थान को मारकर द्वारा मार्क कर दें ताकि वायरिंग सीधी रहे और अच्छा दिखे।
- मार्क करने के बाद, केसिंग कैपिंग की जोड़ों पर आवश्यकतानुसार कट कर ले।
मार्किंग करने के बाद, केसिंग को उसके स्थान पर फ्लैट बटन गिट्टी की मदद से दीवाल पर हथौड़े से ठोक दे। ऐसा करते समय ध्यान रहे कि केसिंग प्लास्टिक का है तो सावधानी पूर्वक टिकाए। गिट्टी के बीच की दूरी अधिक नहीं होनी चाहिए नहीं तो केसिंग अपनी जगह पर सही से टिक नहीं पाएगा और आप की वायरिंग खराब हो सकती है।
केसिंग लगाते समय L और T प्रकार की जोड़ों की आवश्यकता पड़ती है। जहां पर हमें L प्रकार का जोड़ चाहिए वहां पर हम केसिंग को 45 डिग्री पर काटते हैं जिससे कि उनके बीच कोई गैप नहीं आता और आसानी से जुड़ जाते हैं।
यदि जोड़ T प्रकार का है तो यहां पर तीन तरफ से किसी को जोड़ना होता है यह जोङ दीवाल के कोने पर नहीं बल्कि मुख्य रूप से बोर्ड के पास आता है जहां से कई तारों को हमें निकलना होता है। इस प्रकार के जोड़ के लिए हम केसिंग को 90 डिग्री पर काट सकते हैं।
इसी प्रकार एक और जॉइंट की आवश्यकता पड़ती है जिसे हम + जॉइंट कह सकते हैं इसका उपयोग वहां कर सकते है जहाँ पर जंक्शन पॉइंट हो मतलब जहाँ से वायर हर रूम में जा रहे हो वहां पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

जोड़ों को ढकने के लिए मार्केट में अलग से कैपिंग मिल जाती है जिससे जोड़ों को ढक दिया जाता है तो यह कैपिंग लेना मत भूले।
केसिंग को दीवार पर फिट करने के बाद इसके बीच से वायरिंग लेकर जाएं और कैपिंग के द्वारा इन केसिंग को ढक दें। केसिंग कैपिंग इस प्रकार से बनाया जाता है कि जब इन्हें लगाया जाए तो कैपिंग केसिंग को अच्छी तरह से पकड़ सके। इसके लिए किसी भी बाहरी क्लिप की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल के माध्यम से मैंने आपको बताया कि कैसे केसिंग कैपिंग वायरिंग कैसे करें। यह वायरिंग प्रक्रिया बहुत ही आसान है कोई भी व्यक्ति बड़ी आसानी से घर पर खुद से या वायरिंग कर सकता है क्योंकि यह वायरिंग दीवाल के ऊपर से की जाती है तो इसे लगाना बहुत आसान होता है।
उम्मीद करता हूं आपको आर्टिकल पसंद आया होगा और जानकारी मिली होगी इस तरह की और जानकारी के लिए हमारे वेबसाइट को विजिट करते रहिए इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद !